WORLD HISTORY PART-2
अमेरिका का स्वतंत्रता संग्राम अमेरिका स्वतंत्रता संग्राम के नायक जॉर्ज वाशिंग्टन थे, जो बाद में अमेरिका के प्रथम राष्ट्रपति बने| अमेरिका को पूर्ण स्वतंत्रता 4 जुलाई 1776 ई. को मिली| 1773 ई. में इस्ट इंडिया कपनी का ची से लदा एक जहाज बोस्टन पहुंचा| बोस्टन के नारिकों ने जहाज से चाय की पेटियों को 16 दिसम्बर 1773 ई. को समुद्र में फेंक फिया| इस घटना को बोस्टन टी-पार्टी के नाम से जाना जाता है|
अमेरिका का स्वतंत्रता युद्ध 1783 ई. में पेरिस की संधि के तहत समाप्त हुआ| अमेरिका स्वंतन्त्रता संग्राम के दौरान अमेरिका वासियों का नारा था ‘प्रतिनिधित्व नहीं तो कर नहीं’|अमेरिकन फिलोसोफिकल सोसाईटी की स्थापना बेंजामिन फ्रेंकलिन ने की| संसार में सर्वप्रथम लिखित सविंधान स्युक्न्त राज्य अमेरिका में 1789 ई. में लागू हुआ| फ्रांस की राज्य क्रान्ति 1789 ई. में फ़्रांस की राज्य क्रान्ति लुई सोलहवें के शासन काल में हुयी| स्टेट्स जनरल की शुरुआत 5 मई 1789 को हुयी थी| इसी दीन फ़्रांसिसी क्रांति का श्रीगणेश हुआ था|
14 जुलाई 1789 को क्रांतिकारियों ने बास्तिल के जेल के फाटक को तोड़ बंदियों के मुक्त कर दिया| सामाजिक समानता, सामन्तीय विशेषधिकारों का अंत निरकुंश तथा भ्रष्ट प्रशाशन में सुधार न्याय तथा करों में सुधार| समानता के उदेश्यों को पाने के लिए ही इस क्रांति की शुरुआत की गयी थी|
समानता स्वतंत्रता और बंधुत्व का नारा फ्रांस की राज्यक्रांति की देन है| फ्रांसीसी क्रांति में वाल्टेलेयर मोंटेसग्यू एवं रूसो ने सर्वाधिक योगदान दिया| वह वाल्टलेयर चर्च का विरोधी था| रूस प्रजातंत्रात्मक शासन पद्धति का समर्थक था|
फ्रांस की राजधानी वर्साय को लुई चौदवां ने बनवाया था| ट्रैफिलेगर का युद्ध 21 अक्टूबर 1805 में इंग्लैंड एवं नेपोलियन के बीच हुआ था| नेपोलियन ने कानूनों का संग्रह तैयार करवाया जिसे नेपोलियन कोड कहा जाता है|1815 वाटर लू का युद्ध उसके जीवन काल का अंतिम युद्ध था, जिसमें उसे पराजय मिली और उसे आत्मसमर्पण करना पड़ा|
उसके पतन का कारण उसका रूस पर आक्रमण करना था| उसे सेंट हेलेना द्वीप भेज दिया गया जहाँ 1821 ई. उसकी मृत्यु हो गई|
आद्योगिक क्रांति
विश्व में सर्वप्रथम औद्योगिक क्रांति इंग्लैंड में हुई क्योंकि इंग्लैंड के पास अधिक उपनिवेशओं के कारण पर्याप्त कच्चे माल और पूंजी की अधिकता थी| 1815 ईस्वी में जॉर्ज स्टीफेंस ने रेल द्वारा खानों से बंदरगाह तक कोयला ले जाने के लिए भाप इंजन का प्रयोग किया| औद्योगिक क्रांति के दौर में जर्मनी इंग्लैंड का प्रतिद्वंदी था|
जर्मनी का एकीकरण
जर्मनी का एकीकरण बिस्मार्क ने लौह एवं रक्त की नीति के अनुसरण करते हुए क्या| बिस्मार्क प्रशा के शासक विलियम प्रथम का प्रधानमंत्री का जर्मनी में राष्ट्रीयता की भावना जगाने का श्रेय नेपोलियन बोनापार्ट को है| नेपोलियन ने छोटे-छोटे राज्यों को मिलाकर 39 राज्यों का एक संघ बनाया जिसे राईनसंघ कहा जाता है|
1815 से 1850 ईस्वी के बीच जर्मन साम्राज्य पर ऑस्ट्रेया का अधिपत्य था| एकीकरण के अंतिम चरण में प्रशा एवं फ्रांस के मध्य में युद्ध हुआ, जिसमें फ्रांस की पराजय हुई तथा दोनों में फ्रैंकफर्ट की संधि हुई| प्रशा का राजा विलियम प्रथम जर्मन सम्राट बना|
उसे कैंसर की उपाधि से विभूषित किया गया| एकीकृत जर्मन राष्ट्र के निर्माण में राके, बोमर, लसर इत्यादि दार्शनिकों ने इत्यादि युद्ध के बाद जर्मनी का एकीकरण संभव हो सका|
इटली का एकीकरण
इटली के एकीकरण का जनक जोसेफ मेजनी को माना जाता है| गिबर्ती ने कर्बोनेरी नामक गुप्त संस्था की स्थापना की थी| इटली की एकता का जन्मदाता नेपोलियन था| इटली के एकीकरण का मार्ग में ऑस्ट्रिया सबसे बड़ा बाधक था|
1871 ई. में प्रशा एवं फ़्रांस के बीच युद्ध का लाभ उठाकर रोम पर अधिकार करके उसे इटली की राजधानी बनाया| यह एकीकरण का चतुर्थ एवं अंतिम चरण था|इटली के एकीकरण की तलवार गैरीबाल्डी को कहा जाता है| इसने ‘लाल कुर्ती’ नाम से सेना का सगठन किया|
प्रशा एवं फ़्रांस के बीच युद्ध का लाभ उठाकर रोम पर अधिकार करके, उसे इटली की राजधानी बनाया गया| इसका चतुर्थ एवं अंतिम एकीकरण 1871 ई. में काउंट कैबुर ने किया|
प्रथम विश्वयुद्ध
प्रथम विश्वयुद्ध की शुरुआत 28 जुलाई 1914 को हुयी| इसका तत्कालीन कारण ऑस्ट्रिया के राजकुमार फर्नाडिस की बोंस्निया की राजधानी स्राजेवा में की गयी हत्या थी|
प्रथम विश्व युद्ध में सम्पूर्ण विश्व दो खेमों में बंट गया-मित्र राष्ट्र एवं धुरी राष्ट्र| धुरी राष्ट्रों का नेतृत्व जर्मनी ने किया, इसमें ऑस्ट्रिया, हंगरी, इटली आदि शामिल थे| जबकि मित्र राष्ट्रों में इंग्लैण्ड जापान , स्युक्न्त राज्य अमेरिका, रूस एवं फ़्रांस शामिल थे|
प्रथम विश्वयुद्ध के दौरान जर्मनी ने रूस पर आक्रमण 1 अगस्त, 1914 में एवं फ़्रांस पर आक्रमण 3 अगस्त, 1914 मे किया| प्रथम विश्वयुद्ध की समाप्ति 11 नवबर 1918 को पेरीस शांति सम्मेलन में अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो वेल्सन , ब्रिटिश प्रधानमंत्री लायड जार्ज तथा फ़्रांसिसी प्रधानमंत्री जॉर्ज क्लेसोमो की भूमिका महत्वपूर्ण थी| वर्साय की संधि 28 जून 1919 को जर्मनी के साथ हुयी|
युद्धोंप्रान्त विश्व में शांति की स्थापना के लिए अंतर्राष्ट्रीय संस्था राष्ट्र संघ की स्थापना वर्ष 1920 में की गयी|
रुसी क्रांति
रूस के शासक को जार कहा जाता थ| यह जारशाही व्यवस्था मार्च 1917 में रुसी क्रांति के फलस्वरूप समाप्त हुयी| रुसी क्रांति का तत्कालीन कारण प्रथम विश्व युद्ग में रूस की पराजय थी| एक जार एक चर्च और एक रूस का नारा जार निकोलस द्वितीय ने दिया था| रूस में साम्यवाद की स्थापना 1898 ई. में हुयी थी|
रूस में सबसे अधिक जनसंख्या स्लाव लोगों की थी| आधुनिक रूस का निर्माता स्टालिन को माना जाता है| बोल्शेविकों ने एक नई सरकार का गठन किया जिसका अध्यक्ष लेनिन बना तथा ट्राटस्की को विदेश मंत्री बनाया गया|
प्रथम विश्व युद्ध के दौरान लेनिन का नारा था ‘युद्ध का अंत करो’ | कालर्स मार्क्स का आजीवन साथी रहा फेडरिक एंजेल्स दुनिया के मजदूरों एक हो का नारा कालर्स मार्क्स ने दिया|
चीनी क्रांति
वर्ष 1905 में स्न्यात सेन ने तुंग-मेंग हुयी पार्टी का गठन किया, जिसका उद्देश्य चीन में मांचू वश के शासन को समाप्त करना था| वर्ष 1911 में हुयी चीनी क्रांति का नायक सनयात सेन था| इस क्रांति के बाद चीन ने गणतंत्र शासन पद्धति की स्थापना हुयी| डॉ सनयात सेन ने वर्ष 1912 ने तुंग-मेंग हुयी पार्टी का नाम बदलकर कुओंमितांग रखा| चीनी साम्यवादी गणतंत्र का प्रथम अध्यक्ष माओत्से तुंग था|
द्वितीय विश्व युद्ध
द्वितीय विश्व युद्ध की शरुआत 1 सितम्बर 1939 को हुयी| इसका तत्कालीन कारण जर्मनी द्वारा पोलैंड पर आक्रमण था| यह युद्ध 6 वर्षो तक चला| 14 अगस्त 1945 को जापान के आम्त्स्मर्पण के बाद युद्ध बंद हुआ|
इस युद्ध में एक ओर सोवियत रूस, इंग्लैंड ,फ़्रांस, अमेरिका चीन तथा अन्य राष्ट्र थे| इन्हें मित्र राष्ट्र कहा जाता था| दूसरी ओर जर्मनी, जापान तथा इटली थे| जिन्हें धुरी राष्ट्र कहा जाता है|
द्वितीय विश्व युद्ध के समय इंग्लैड के प्रधानमंत्री विस्टन चर्चिल एवं अमेरिका के राष्ट्रपति फ्रैंकलीन डी रुवेल्ट थे| इस विश्व युद्ध के दौरान अमेरिका ने 6 अगस्त 1945 को जापान के शहर हिरोशिमा पर फैटमेन एटम बम और 9 अगस्त 1945 को नागासाकी पर लिटल बॉय नामक एटम बम का प्रयोग किया| द्वितीय विश्व युद्ध में मित्र राष्ट्रों द्वारा पराजित जोने वाला अंतिम देश जापान था|
अंतराष्ट्रीय क्षेत्र में विश्वयुद्ध का सबसे बड़ा योगदान स्युक्न्त राष्ट्र संघ की स्थापना था|