1.Solar System Planets Name in hindi

नमस्कार दोस्तों आपका हमारी वेबसाइट में स्वागत है आज हमने अपने इस आर्टिकल में Solar System In Hindi के बारे में  विस्तार पूर्वक जानकारी साझा की है| यह Solar System In Hindi जानकारी आपके आने वाले प्रतियोगी परीक्षाओं के दृष्टिकोण से काफी महत्व रखती है| Solar System In Hindi  इसका एक रंग से अध्ययन करने से आपके मनोविकास में वृद्धि होगी| तथा इसके अध्ययन से आपकी आगामी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने का अनुभव बढ़ेगा|

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2.सौरमंडल में हमारी पृथ्वी


हमारे सौर मंडल में पृथ्वी सूर्य के अलावा आठ अन्य ग्रहों वुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, वृहस्पति, शनि, युरेनस और नेपच्यून वाले सौरमंडल का एक सद्स्य गृह है| Earth in the solar system in hindi

ग्रहों के पास अपना स्वयं का प्रकाश नहीं होता और शुक्रवार यूरेनस के अलावा सभी ग्रह अपनी दूरी पर पश्चिम से पूर्व की ओर परिक्रमा करते हैं अनेक उपग्रह संबंधित ग्रह की परिक्रमा करते हैं| 

Solar System Planets Name in hindi

Solar System Planets Name in hindi


सौर मंडल की जानकारी

अंतरिक्ष में हजारों पुच्छल तारे और करोड़ों उल्काएं भी मौजूद है| पृथ्वी का उपग्रह है ‘चंद्रमा’| इसके अलावा शनि के पास 60 उपग्रह है जबकि बुध और शुक्र का कोई भी उपग्रह नहीं है|  पृथ्वी सूर्य का तीसरा सबसे निकट और पांचवा सबसे बड़ा ग्रह है| 

How many planets are there in solar system in Hindi

हिंदी में सौर मंडल में कितने ग्रह हैं?
आठ ग्रह- वुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, वृहस्पति, शनि, युरेनस और नेपच्यून| 

कितने ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते हैं?

 आठ ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते हैं ये है वुध, शुक्र, पृथ्वी, मंगल, वृहस्पति, शनि, युरेनस और नेपच्यून| 

पृथ्वी के बारे में जानकारी हिंदी में

पृथ्वी का घनत्व      –     पानी की अपेक्षा 5.517 गुणा 

ध्रुवीय व्यास          –      12,714 किमी. 

विशुवतीय व्यास    –     12,756 किमी.

पृथ्वी की अनुमानित आयु     –      लगभग 4600 करोड़ वर्ष

भू-पृष्ठ                 –       148,951,000 वर्ग किमी.

जलीय सतह         –      361,150,000 वर्ग किमी.

भू-सतह का सबसे ऊँचा बिंदु   –    माउंट एवरेस्ट (8,848.86 मीटर)

भू-सतह का सबसे निम्न बिंदु      –    मृत सागर का तट (समुद्र तल से 396 मीटर निचे)

महासागर की सर्वाधिक गहराई   –   फिलीपींस के पूर्व में प्रशांत महासागर में मोरियाना ट्रेंच( समुद्र तल से                         11033 मीटर निचे| 

 पृथ्वी का आकार

पृथ्वी का आकार पूर्ण रूप से वित्तीय नहीं है बल्कि अंडाकार है ऐसा इस वजह से है क्योंकि यह ध्रुवों पर चपटी और विषुवत पर उतरी हुई है पृथ्वी का दुरुपयोग व्यास विश्वविद्यालय किलोमीटर छोटा है| अत: पृथ्वी का आकार अंडाकार है| 

 

पृथ्वी की गति

पृथ्वी की गति पृथ्वी अपनी धुरी पर किसी लड्डू की भांति घूमती है| पृथ्वी अपने अक्ष पर 24 घंटे में एक चक्कर पूरा करती है| पृथ्वी सूर्य की परिक्रमा करने में 365 दिन, 5 घंटे, 45 मिनट और 46 सेकंड लगते है| पृथ्वी की दैनिक गति के कारण रात और दिन होते हैं जबकि वार्षिक प्रति परिक्रमा के कारण ऋतु परिवर्तन होता है पृथ्वी गैर ज्योतिर्मय वृद्ध है|

पृथ्वी के बारे में जानकारी पृथ्वी का जो भाग सूर्य के सामने आता है वह दिन होता है और जो भाग सूर्य के सामने नहीं होता वहां रात होती है पृथ्वी का बर्तन पश्चिम से पूर्व की तरफ होता है|Earth in the solar system in hindi  इसी कारणवश हमें यह प्रतीत होता है कि सूर्य चंद्रमा और तारे विपरीत दिशा में घूम रहे हैं| 

 

आवर्तन के प्रभाव

–  दिन और रात बराबर होते हैं|

–  देशांतर और समय में अंतर आ जाता है|

–  वायु और तरंगों की दिशा में परिवर्तन होता है|

–  दिन में दो बार समुद्र में लहरें उठती है|

सौरमंडल का सबसे बड़ा उपग्रह कौन सा है?

सबसे बड़ा उपग्रहगैनीमेट (Gannymede)

यह वृहस्पति का सबसे बड़ा उपग्रह है|

 

परिक्रमा के प्रभाव 

पृथ्वी Earth in the solar system in hindi दिर्घ्वृतीय कक्षा में सूर्य की परिक्रमा करती है| पृथ्वी को एक बार सूर्य का चक्कर लगाने में 365.25 दिन लग जाते है| एक सामान्य वर्ष में 365 दिन होते है| जबकि 4 वर्षों में 5 घंटे 45 मिनट और 46 सेकंड एक दिन बना देते है और हर चौथा वर्ष अधि वर्ष लीप वर्ष बन जाता है| जिसमें 366 दिन होते है| ऋतू में परिवर्तन मुख्यत: परिक्रमण की वजह से होता है| 

 

21 जून 

इस समय उतरी गोलार्ध में ग्रीष्म काल होता है जबकि दक्षिणी गोलार्ध शरद काल होता है| दोपहर में सूर्य की सीधी किरणें कर्क रेखा पर पड़ती है|

 

22 दिसम्बर 

इस समय उत्तरी गोलार्ध में शरद काल और दक्षिणी गोलार्ध में ग्रीष्मकाल का होता है| दोपहर में सूर्य की सीधी किरणें मकर रेखा पर पड़ती है|

 

सम्पात 

21 मार्च और 23 सितंबर को पृथ्वी का प्रत्येक भाग सूर्य के सामने आ जाता है और सूर्य ठीक भूमध्य रेखा के ऊपर होता है| इन अवस्थाओं में पृथ्वी के प्रत्येक भाग में रात और दिन बराबर होते हैं 21 मार्च को बसंत सम्पात और 3 दिसंबर को शरद सम्पात कहते हैं| 

 

चट्टानों का रूपांतरण 

            मूल चट्टान 

            रूपांतरित चट्टान 

            शैल 

          चुना पत्थर 

          चॉक तथा डोलोमाईट 

          बलुआ पत्थर 

          ग्रेनाईट 

          बेसाल्ट 

          स्लेट 

          काग्लोमरेट

                स्लेट 

                 संगमरमर 

                 संगमरमर 

                 क्वार्ट्जजाईट

                 नीस 

                 सिस्ट 

                 फयिलाईट  

                 क्वार्ट्जजाईट

वायुमंडल की संरचना का सचित्र वर्णन

मंडल

ऊँचाई

विशेष तथ्य

क्षोभमंडल

समतापमंडल

मध्यमंडल

आयनमंडल

 

 

बाह्यमंडल

0-18

18-50

50-80

80-640

 

 

640किमी से उपर

मौसमी घटनाएँ होती है|

वायु परिवहन होता है| तथा ओजोन परत पाई जाती है|

ऊँचाई के साथ तापमान में गिरावट होती है|

विद्युत् आवेशित कण पाए जाते है| रेडियो तरंगें इसी मंडल से वापिस पृथ्वी पर लौटती है|

 

तापमान 5000 डिग्री सेल्सियस|

ग्रहों का क्रम आकार के अनुसार

सबसे बड़ा ग्रह वृहस्पति (Jupiter)
सबसे छोटा ग्रह बुध (Mercury)
पृथ्वी का उपग्रह चन्द्रमा (Moon)
सूर्य के निकट ग्रह बुध (Mercury)
सूर्य के सबसे दूर ग्रह वरुण (Neptune)
पृथ्वी के सबसे निकट ग्रह शुक्र (Venus)
सबसे अधिक चमकीला ग्रह शुक्र (Venus)
सबसे अधिक चमकीला तारा सायरस (Dog Star)
सबसे अधिक उपग्रहों वाला ग्रह वृहस्पति (Jupiter)
सबसे अधिक ठंडा ग्रह वरुण (Neptune)
सबसे अधिक गर्म ग्रह शुक्र (Venus)
रात में लाल दिखाई देने वाला ग्रह मंगल (Marsh)
सबसे बड़ा उपग्रह गैनीमेट (Gannymede)
सबसे छोटा ग्रह डीमोस (Deimos)
नीला ग्रह पृथ्वी (Earth)
भोर का तारा शुक्र (Venus)
साँझ का तारा शुक्र (Venus)
पृथ्वी की जुडवा बहनशुक्र (Venus)
हरा ग्रह वरुण (Neptune)
विशाल लाल धब्बे वाला ग्रह वृहस्पति (Jupiter)

1 thought on “Solar System Planets Name in hindi – ग्रहों के नाम क्रम से – सूर्य से ग्रहों का क्रम”

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