(B) शिमला शहर का इतिहास
1. शिमला का नामकरण-शिमला शहर का नामकरण श्यामला देवी के नाम (नीली महिला) पर हुआ जो कि भगवती काली का दूसरा नाम है। रोथनी कैसल के पास जाखू पहाड़ी पर श्यामला देवी का छोटा-सा मंदिर था जिसे ब्रिटिश काल में काली बाड़ी में स्थानांतरित किया गया। श्यामला देवी के नाम पर ही शिमला का नामकरण हुआ है । शिमला के आस-पास की छोटी-बड़ी 28 रियासतों को ब्रिटिश सरकार ने इकट्ठा कर 1816 ई. में शिमला जिले का गठन किया।
2. शिमला शहर की खोज-सन् 1817 ई. में स्कॉटलैण्ड के 2 अधिकारियों कैप्टन पैट्रिक जेराड और अलेक्जेंडर जेराड ने अपनी डायरी में शिमला गांव का वर्णन किया था। शिमला पहाड़ी रियासत के पहले असिस्टेंट पॉलिटिकल एजेन्टा लेफ्टिनेंट रोज ने 1819 ई. में शिमला की सर्वप्रथम खोज की और लकड़ी का मकान (कॉटेज) बनवाया चार्ल्स पैट कैनेडी ने 1827 ई. में शिमला में पहला पक्का मकान बनवाया जो कैनेडी हाउस के नाम से विख्यात हुआ। लार्ड एमहर्स्ट शिमला आने वाले पहले गवर्नर जनरल से जो 1827 ई. में शिमला के ग्रीष्मकालीन प्रवास के दौरान कैनेडी हाउस में ठहरे थे। लार्ड एमहर्स्ट ने इस प्रवास के दौरान ये शब्द
कहे थे-“मैं और चीन का राजा आधी मानव जाति पर राज करते हैं फिर भी हमें नाश्ते का समय मिल जाता है।” लॉर्ड काम्बरमेयर ने 1828 ई. में काम्बरमेयर पुल का निर्माण करवाया। शिमला में 1828-29 में बैंटिक कैसल, ऑकलैंड हाउस, स्नोडन और बैनिमोर भवन तैयार हुए|
3.1830 से 1840 ई. की घटनाएँ-1830 ई. में मेजर कैनेडी ने शिमला शहर के लिए रावीं के बदले क्योंथल के राजा के फागली, बैमलोई, कनलोग, खलीनी आदि 12 गाँव लिये तथा महाराजा पटियाला में कथ, चयोग और बधोग आदि 4 गाँव लिये थे। शिमला शहर की पहली मस्जिद गुलबुद्दीन का 1830 ई. में निर्माण किया गया। गवर्नर जनरल लार्ड विलियम बैंटिक ने 18328 में शिमला की यात्रा की। अन्नाडेल मैदान में 1833 ई. में पहला फन मेला आयोजित किया गया। सेजर कैनेडी ने शिमला पहाड़ी क्षेत्र 1838 ई. में रॉयनी कैसल का निर्माण करवाया। लार्ड ऑकलैण्ड प्रथम ब्रिटिश शासक थे जिन्होंने शिमला में अपने आवास के लिए 1836 ई. में जमीन खरीदी जिस पर ऑकलैंड हाउस का निर्माण हुआ।
4.1840-1850 ई. की घटनाएं-कर्नल जे. बायलू ने 1844 ई. में ऑब्जर्वेटरी हाउस का निर्माण करवाया जो बाद में वाइसरीगल लॉज बना। गवर्नर जनरल लॉर्ड हार्डिंग और कलकत्ता के बिशप रे. डेनियल विल्सन ने 1844 ई. को शिमला के चर्च की रिज मैदान पर नींव रखी जो 1857 ई. में बनकर तैयार हुआ। 1844 ई. में यू.एस. क्लब बना।
5.1850-1860 ई. की घटनाएं–लार्ड डलहौजी ने अपने ‘चीनी प्रवास’ के दौरान 1850-51 ई. में ‘हिंदुस्तान तिब्बत सड़क‘ का निर्माण शुरू करवाया, जो 1860 ई. से परिवहन के लिए इस्तेमाल हुआ अजमेर ब्रिग्ज ने 1850 ई. में ढली में सुरंग बनवाई। शिमला नगरपालिका की 1851-52 ई. में स्थापना हुई। बिशप कॉटन स्कूल (B.C.S.) की 1859 ई. में स्थापना हुई। कर्नल कैथयंग का आवास एलर्जली 1857 ई. में बनकर तैयार हुआ।1857 ई. के विद्रोह के समय लाई विलियम हे शिमला के उपायुक्त और जनरल एन्सन, आर्मी के कमांडर-इन-चीफ (शिमला) थे।
6. 1860 से 1870 ई. की घटनाएँ :- लॉर्ड केनिंग 1860 ई. में शिमला आने वाले पहले वायसराय थे लार्ड जॉन लारेंस के प्रयास से 1864 ई. में शिमला भारत की ग्रीमष्कालीन राजधानी बनी। कसौली के सनावर में 1861 ई. में लारेंस असाइलम बनाया गया। शिमला 1864 से 1947 ई. तक भारत की ग्रीष्मकालीन राजधानी रही। 1863 ई. में पीटरहॉफ में रूकने वाले पहले वायसराय लाई एल्गिन थे।
7.1870-1880 ई. की घटनाएं-1871 ई. में शिमला को प्रथम श्रेणी नगरपालिका का दर्जा प्राप्त हुआ। शिमला 1871 से 1947 ई. तक पंजाब सरकार का ग्रीष्मकालीन मुख्यालय रहा। बार्नस कोर्ट 1879 ई. से पंजाब के उपराज्यपाल का आवास बना। 1876 ई. में लार्ड लिट्टन अपनी पत्नी के साथ पीटरहॉफ में रूके थे। रिज मैदान पर ‘टाउन हाल बनाने का प्रस्ताव 1880 में आया जिसके बाद ‘हैनरी इरविन’ के डिजाइन से 1885 ई. में ‘टाउन हाल‘ बनकर तैयार हुआ। शिमला के रिज मैदान में ‘भूमिगत जलाशय टैंक‘ 1880 ई. में बना। अलायंस बैंक ऑफ शिमला (शिमला का पहला बैंक) का 1874 ई. में गठन हुआ।
8. 1880-1900 ई. की घटनाएं– 1882 ई. में लॉर्ड रिपन ने रिपन अस्पताल की नींव रखी, जिसे 1885 ई. में लॉर्ड डफरिन ने जनता को समर्पित किया। शिमला के रोथनी कैसल में ए.ओ.यूम ने 1883 ई. में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना का विचार रखा। सन् 1887 ई. में महारानी विक्टोरिया के जयंती वर्ष पर गेयटी थियेटर खोला गया, जिसमें “टाइम विल ल” प्रथम नाटक का मंचन हुआ। 1880 ई. में शिमला में ‘नाटिन’ घर खोला गया। लार्ड डफरिन के समय ऑब्जर्वेटरी पर 1888 ई. को वाइसरीगल भवन तैयार हुआ। सर डूरण्ड मोरटीमोर ने 1888 ई. में अन्नाडेल मैदान पर डूरंड कप शुरू करवाया जिसे बाद में शिमला से कलकत्ता ले जाया गया। कालका-शिमला रेलवे लाइन माल ढुलाई के लिए 1891 ई. में सर्वप्रथम खोली गई। इस रेल लाइन के मुख्य इंजीनियर एच. एस. हैरिंगटन थे। भलखू राम ने छड़ी द्वारा इस रेल लाइन का सर्वे किया था। इस रेल लाइन पर पहली ट्रेन 1903 ई. में चली जिसे लार्ड कर्जन ने झंडी दिखाई।
9. 1900-1920 ई. घटनाएँ – 1907 में शिमला बस स्टैंड का निर्माण हुआ। 1913 ई. में चावा विद्युत स्टेशन से शिमला को बिजली पहुंचाई गई। लेडी रीडिंग ने 1914 ई. में लेडी रीडिंग अस्पताल बनवाया जो वर्तमान में कमला नेहरू अस्पताल के नाम से जाना जाता है। विट्ठल भाई पटेल ने 1914 में शिमला में अवज्ञा आंदोलन चलाया। 1904 ई. में गोर्टन कैसल में सिविल सचिवालय को स्थानांतरित किया गया। 1914 ई. में मैकमोहन रेखा (भारत-चीन सीमा रेखा) खींचने का निर्णय शिमला में लिया गया। 1904 ई. में सेंट बीज कॉलेज की स्थापना हुई।
10. 1920 से 1940 ई. तक की घटनाएँ – 1921 ई. में शिमला जिले से बेगार समाप्त किया गया। महात्मा गांधी अपनी पत्नी कस्तूरबा गांधी, लाला लाजपत राय और मदन मोहन मालवीय के साथ पहली बार 11 मई, 1921 ई. को शिमला आए और शांति कुटीर (समरहिल) में रुके। उन्होंने शिमला के ईदगाह में 15 हजार लोगों की सभा को सम्बोधित किया। महात्मा गांधी दूसरी बार 1931 ई. में नेहरू, पटेल, डॉ. अंसारी और खान अब्दुल गफ्फार खान के साथ शिमला आए। लॉर्ड रीडिंग ने 1925 ई. में कौंसिल चेम्बर ( वर्तमान विधानसभा) का उद्घाटन किया। सेंट एडवर्ड स्कूल 1925 ई. में बना।
11.1940-1950 ई. की घटनाएँ – 1945 ई. में शिमला कांफ्रेस (वेवल सम्मेलन) और 1946 ई. में कैबिनेट मिशन सम्मेलन शिमला में हुआ| शिमला 1942 ई. से 1945 ई. तक वर्मा के प्रवासी सरकार का मुख्यालय था| पिटर हॉफ में पंजाब हाईकोर्ट स्थित था जिसमें गांधी जी के हत्यारे नाथूराम गोडसे पर केस चला| पिटरहॉफ पंजाब का गवर्नर हाउस भी था| जिसमें 1981 ई. में आग लग गई थी| दुसरे विश्व युद्ध में विजय के उपलक्ष में 1945 ई. में शिमला में विक्टरी टनल का निर्माण किया गया| वायसरीगल लॉज को 1947 ई. में राष्ट्रपति निवास कहा जाने लगा जिसका नाम 1965 ई. में बदलकर भारतीय उच्च अधयन्न संस्थान (IIAS) रखा गया इसका निर्माण लॉर्ड डफरिन ने करवाया था|
12.1950 ई. के बाद घटनाएँ – शिमला 1953 तक पंजाब की ग्रीष्मकालीन राजधानी थी| 1955 ई. में आकाशवाणी शिमला की स्थापना हुई| भारत और पाकिस्तान के बीच 1972 ई. में (बार्नस कोर्ट और एलर्जली में) शिमला समझौता हुआ| हिमाचल प्रदेश म्यूजियम की स्थापना 1974 ई. में हुई| स्नोडन अस्पताल का नाम 1985 ई. में IGMC (इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज) रखा गया| रिप्पन अस्पताल का नाम 1990 ई. में दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल रखा गया| बार्नस कोर्ट 1992 में हिमाचल प्रदेश के गवर्नर का सरकारी आवास बना| गार्टन कैसल वर्तमान एकाऊंटटेंट जनरल (महालेखाकार) का कार्यकाल है| हिमाचल प्रदेश हाई कोर्ट रावेन्स वुड में स्थित है| बॉल सिंघम शिमला के उपयुक्त का सरकारी आवास है| ओकओवर मुख्यमंत्री का सरकारी आवास है| रॉथनी कैसल ए.ओ.ह्युम और बुशहर के राजा का आवास था| एलर्सली और आर्मसडेल में हिमाचल प्रदेश सचिवालय स्थित है| लॉर्ड किचनर की मृत्यु ढली (संजौली) सुंरग के निर्माण के दौरान हुई| पिटरहॉफ वर्तमान में हिमाचल प्रदेश सरकार का स्टेट गेस्ट हाउस है| शिमला शहर 1 नवंबर, 1966 ई. को हिमाचल प्रदेश में मिलाया गया तब से लेकर (1966) अब तक यह हिमाचल प्रदेश की राजधानी है|