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Pradhan Mantri TB Mukt Bharat Abhiyan
आपका हमारी website में स्वागत है| आज की यह पोस्ट आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होने वाली है| आज की Hamari Post Pradhan Mantri TB Mukt Bharat Abhiyan – प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान के बारे में है, जो आपके आने वाली सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है| इसमें कुछ प्रश्न प्रतियोगी परीक्षाओं में पूछे जाएंगे, जो बहुत जरूरी है|
क्षय रोग (टीबी)
क्षय रोग (टीबी) ‘माइकोबैक्टीरियम ट्यूबरकुलोसिस‘ नामक जीवाणु के कारण होता है। बैक्टीरिया आमतौर पर फेफड़ों पर हमला करते हैं, लेकिन टीबी के बैक्टीरिया शरीर के किसी भी हिस्से जैसे कि किडनी, रीढ़ और मस्तिष्क पर हमला कर सकते हैं। टीबी बैक्टीरिया से संक्रमित हर कोई बीमार नहीं होता|

Pradhan Mantri TB Mukt Bharat Abhiyan
राष्ट्रपति द्रौपती मुर्मू ने 9 सितंबर को ‘प्रधान मंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान’ शुरू किया।
TB Mukt Bharat Abhiyan अभियान के बारे में
– इस अभियान का उद्देश्य सभी सामुदायिक हितधारकों को एक साथ लाना है, ताकि टीबी के इलाज में मदद करने वालों का समर्थन किया जा सके और टीबी उन्मूलन की दिशा में देश की प्रगति में तेजी लाई जा सके।
– अभियानन सामाजिक दृष्टिकोण की आवश्यकता पर प्रकाश डालता है। 2025 तक टीबी उन्मलिन के महत्वाकांक्षी लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए एक ऐसे सामाजिक दृष्टिकोण की आवश्यकता है, जो सभी पृष्ठभूमि के लोगों को जन आंदोलन के रूप में एक साथ लाए।
– यह सहयोगात्मक सामुदायिक सहायता पर केंद्रित है।
नि-क्षय मित्र पहल
– राष्ट्रपति ने नि-क्षय मित्र पहल की शुरुआत की।
– यह इस अभियान का एक महत्वपूर्ण घटक है।
-नि-क्षय मित्र पोर्टल दान करने वालों को टीवी के उपचार से गुजर रहे लोगों के लिए विभिन्न प्रकार की सहायताप्रदान करने का एक मंच प्रदान करता है।
-इसके तहत तीन प्रकार से सहायता की जा सकती है, जिसमें रोगियों को पोषण,अतिरिक्त उपचार और व्यावसायिक सहायता प्रदान करना शामिल है।
-दान करने वाले जिन्हें नि-क्षय मित्र कहा गया है, इनमें निर्वाचित प्रतिनिधियों, कॉरपोरेट जगत की अग्रणी हस्तियों,समाज के अन्य प्रभावशाली लोगों, कॉरपोरेट्स और गैर सरकारी संगठनों की एक लंबी फेहरिस्त हो सकती है।
भारत मे टीवी
-भारत में दुनिया के सबसे अधिक तपेदिक (टीवी) से प्रभावित लोग हैं. देश में लगभग 26 लाख लोग इस बीमारी से पीड़ित है और लगभग 4 लाख लोग हर साल इस बीमारी से मर रहे हैं।
– यह जीवन, आय और काम करने के दिनों को प्रभावित करके, आर्थिक तौर पर काफी नुकसान पहुंचाता है। – यह रोग आर्थिक तौर पर सबसे अधिक उत्पादक आयु वर्ग को प्रभावित करता है, जिसके परिणामस्वरूप काम नहीं कर पाने से लोगों को काफी आर्थिक नुकसान होता है, जो टीबी रोलगिया को गरीबी की ओर ले जाता है।
क्या क्षय रोग ठीक हो सकता है?
20वीं सदी में, संयुक्त राज्य अमेरिका में टीबी मृत्यु का एक प्रमुख कारण था। आज, अधिकांश मामले एंटीबायोटिक दवाओं से ठीक हो जाते हैं। लेकिन इसमें लंबा समय लगता है। आपको कम से कम 6 से 9 महीने तक दवाइयाँ लेनी होंगी|
सक्रिय टीबी रोग के लक्षणों में शामिल हैं:
-खांसी जो 3 सप्ताह से अधिक समय तक रहती है|
-छाती में दर्द
-खूनी खाँसी
-हर समय थकान महसूस होना
-रात को पसीना
-ठंड लगना
-बुखार
-भूख में कमी
-वजन घटना
प्रश्न 1. प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान किसने शुरू किया है? – द्रौपती मुर्मू
प्रश्न 2. टीबी विरोधी अभियान किस मोड के माध्यम से शुरू किया गया है? – आभासी
प्रश्न 3. तपेदिक उन्मूलन के लिए भारत का लक्ष्य क्या है? – 2025 भारत को टीबी मुक्त राष्ट्र बनाने के लिए।
प्रश्न 4. प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान की शुरुआत कब की गई? – 9 सितंबर 2022
प्रश्न 5. प्रधानमंत्री टीबी मुक्त भारत अभियान का उद्देश्य क्या है? – सामुदायिक हितधारकों को एक साथ लाना