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bharat ka gk question answer in hindi-india gk

Q.1 बी.आर.अम्बेडकर और महात्मा गाँधी के मध्य सन 1932 में हस्ताक्षिरत पूना समझौते में प्रवधान था?

Ans:-निम्न वर्गों के लिए आरक्षण सहित स्युकंत निर्वाचन क्षेत्र का 

व्याख्या: पुन पैक्ट अथवा पुन समझौता भीमराव अम्बेडकर एवं महात्मा गाँधी के मध्य पुणे की यरवदा सेंट्रल जेल में 24 सितम्बर,1932 को हुआ था| अंग्रेज सरकार ने इस समझौते को साम्प्रदायिक अधिनिर्णय में संशोधन के रूप में अनुमति प्रदान की| समझौते में दलित वर्ग के लिए पृथक निर्वाचक मंडल को त्याग दिया गया| लेकिन दलित वर्ग के लिए आरक्षित सीटों की संख्या प्रांतीय विधानमंडलो में 71 से बढ़ाकर 147 और केन्द्रीय विधायिका में कुल सीटों की 18% कर दी गयी| 

Q.2 किस अधिनियम द्वारा भारत के गवर्नर जनरल को अध्यादेश जारी करने की शक्ति प्रदान की गई?

Ans:-भारतीय परिषद अधिनियम-1861 

व्याख्या: भारतीय परिषद अधिनियम – 1861 भारत के संवैधानिक इतिहास की एक युगांतरी तथा महत्वपूर्ण घटना है| यह मुख्य रूप से दो कारणों से विशेष है| एक तो यह की इसने गवर्नर जनरल को अपनी विस्तारित परिषद में भारतीय जनता के प्र्तिनधियों को नामजद करके उन्हें विधायी कार्य से सम्बंध करने का अधिकार प्रदान दिया तथा दूसरा यह की इसने गवर्नर-जनरल की परिषद की विधायी शक्तियों का विकेंद्रीकरण कर दिया,जिससे बम्बई और मद्रास की सरकारों को भी विधायी शक्ति प्रदान की गयी| 

Q.3 रेगुलेटिंग एक्ट पारित किया गया-

Ans:-1773 ई. में

व्याख्या: रेग्युलेटिंग एक्ट का उद्देश्य भारत में ईस्ट इंडिया कंपनी की गतिविधियों को ब्रिटिश सरकार की निगरानी में लाना था| इसके अतिरिक्त कंपनी की संचालन समिति में आमूल-चुल परिवर्तन करना तथा कंपनी के राजनितिक अस्तित्व की स्वीकार कर उसके व्यापारिक ढांचे की राजनितिक कार्यों के संचालन योग्य बनाना भी इसका उद्देश्य था| इस अधिनियम को 1773 ई. में संसद से पास किया था| 1774 ई. में इसे लागू किया गया था| 

Q.4 भारत के गवर्नर जनरल को किस एक्ट के द्वारा अपनी समिति के निर्णयों को अस्वीकार करने का अधिकार मिला?

Ans:-1786 का एमेंडमेंट एक्ट 

व्याख्या: 1786,1793 का (चार्टर एक्ट) अधिनियम पिट ने 1786 का अधिनियम पारित करवाया| जिसका प्रमुख उद्देश्य कार्नवालिस को भारत के गवर्नर जनरल के पद के लिए तैयार करना था| इस अधिनियम के तहत मुख्य सेनापति की शक्तियाँ भी गवर्नर जनरल में निहित कर दी गयी थी| 

Q.5 महारानी विक्टोरिया को भारत की सामाज्ञी नियुक्त किया गया-

Ans:1876 ई. 

व्याख्या: महारानी विक्टोरिया (जन्म: 24 मई 1819 – मृत्यु: 22 जनवरी 1901) 1837 . में ग्रेट ब्रिटेन और आयरलैंड की महारानी के रूप में सिंहासन पर आरूढ़ हुयी थी| 1877 ई. में उन्हें भारत की सामाज्ञी घोषित किया गया| अपने उदार विचारों के कारण ही वह भारतीय जनमानस में प्रसिद्ध हुयी थी| मात्र अठारह वर्ष की उम्र में ही विक्टोरिया राजगद्दी पर आसीन हो गयी थी| भारत शासन प्रबंध 1858 ई. में ईस्ट इंडिया कम्पनी के हाथ से लेकर ब्रिटिश राजसता को सौंप दिया गया| इसकी जो उद्घोषणा,महारानी के नाम से की गयी उससे वह भारतियों में जनप्रिय हो गई| क्योंकि एसा विश्वास किया जाता था की उद्घोषणाओं में जो उदार विचार व्यक्त किये गये थे, वे उनके निजी और उदार विचारों के प्रतिबिंब स्वरूप थे| 

Q.6 सामाज्ञी विक्टोरिया ने 1858 को घोषणा में भारतियों को बहुत सी चीजें दिए जाने का आश्वासन दिया था| उन आश्वशनों में से कौन-सा ब्रिटिश शासन ने पूरा किया?

Ans: देशी रजवाड़ों की यथा स्थिति बनाये रखी जाएगी 

व्याख्या: रानी विक्टोरिया के दिनांक 1 नवंबर 1858 की घोषणा के अनुसार यह उद्घोषित किया गया की इसके बाद भारत का शासन ब्रिटिश राजा के द्वारा व् उनके वास्ते सेक्रेटरी ऑफ़ स्टेट द्वारा चलाया जायेगा| गवर्नर जनरल की वायसराय की पदवी दी गयी, जिसका अर्थ था की वह राजा का प्रतिनिधि था| 

Q.7 मिन्टों-मार्ले का उद्देश्य क्या था?

Ans: पृथक निर्वाचन प्रणाली

व्याख्या: मार्ले मिंटो सुधार का मुख्य उद्देश्य उदार वादियों को भ्रमित कर राष्ट्रवादियों में फुट था तथा सांप्रदायिक निर्वाचन प्रणाली को अपनाकर राष्ट्री एकता का विनाश करना था| 

Q.8 मार्ले मिंटो सुधार बिल किस वर्ष पारित किया गया था?

Ans: 1909 में

व्याख्या: भारत पार्षद अधिनियम 1909(indian counsils act 1909) या मार्ले मिंटो सुधार भारत परिषद अधिनियम 1909(indian counsils act 1909)  को मार्ले मिंटो सुधार के नाम से भी जाना जाता है, क्योंकि इस समय मार्ले भारत सचिव एवं मार्ले मिंटो वायसराय थे|  इन्हीं दो के नाम से हिस मार्ले मिंटो सुधार की संज्ञा दी गई थी|

Q.9 भारत में सती प्रथा को कब प्रतिबंधित किया गया था?

Ans: 1829

व्याख्या: ब्रह्म समाज के संस्थापक राजा मोहन राय ने सती प्रथा के विरुद्ध समाज को जागरूक किया| जिसके फलस्वरूप इस आन्दोलन को बल मिला और तत्कालीन अंग्रेजी सरकार को सती प्रथा को रोकने के लिए कानून बनाने पर विवश होना पड़ा था| उन्होंने सन 1829 में सती प्रथा रोकने का कानून पारित किया| इस प्रकार भारत में सती प्रथा का अंत हो गया|

Q.10 कीर्ति स्तम्भ कुम्भलगढ़ प्रशस्ति की रचना किसने की थी?

Ans:-कवि महेश ने

व्याख्या: मंडन के भाई नाथा ने वास्तुमंजरी की रचना की थी| कीर्ति स्तम्भ प्रशस्ति एवं कुम्भलगढ़ की रचना 1460 ई. में पूरी हुयी थी|

Q.11 हुरडा सम्मेलन कब हुआ था?

Ans: 1734 ई.

व्याख्या: हुरडा सम्मेलन 1734 ई. में हुआ था| सवाई जयसिहं अंतिम हिन्दू राजा था जिसने अश्वमेघ यज्ञ कराया था| उसने मेवाड़ के राणा संग्राम सिहं से मिलकर जुलाई 16 व् 17 जुलाई 1734 को भीलवाडा के पास हुरडा में राज्यस्थान के राजपूत राजाओं का सम्मेलन बुलवाया था| जिसका प्रमुख उद्देश्य मराठों को राज्यस्थान पर आक्रमण करने से रोकना था| किन्तु सवाई जयसिहं ने मराठों से एक गुप्त संधि का परिणाम स्वरूप हुरडा सम्मेलन असफल सिद्ध हुआ था|

Q.12 छठी सदी ईसा पूर्व के सिक्कों के संदर्भ में क्या सही है?

Ans: सिक्को को जारी करने का अधिकार केवल राज्य के पास था

व्याख्या: सिक्के राजा के आलावा व्यापरियों,धनपतियों और नागरिकों द्वारा भी जारी किए जाने के प्रमाण मिलते हैं,अत: यह कथन सही है|

Q.13 सचिंद्र बोस द्वारा डिजाइन किया गया कलकाता फ्लैग किस वर्ष कोलकाता में फहराया गया था?

Ans: 1906

व्याख्या: सचिंद्र बोस द्वारा डिजाइन किया गया कलकाता फ्लैग 1906 में कोलकाता में फहराया गया था| यह झंडा 7 अगस्त 1906 फहराया गया था| 

Q.14 विधान परिषद की सदस्यता के लिए न्यूनतम आयु क्या है?

Ans: 30 वर्ष 

व्याख्या: भारत में 7 राज्यों (बिहार,महाराष्ट्र,कर्नाटक,जम्मू-कश्मीर.आंध्र प्रदेश,उतर प्रदेश और तेलंगाना) विधान परिषद भी है| राज्य विधानमंडल का निर्माण राज्यपाल और एक सदन अथवा दो सदन से मिलकर होता है| 

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