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Indian Geography GK in hindi

दोस्तों आपका हमारी वेबसाईट में स्वागत है| आज हमें इस लेख  Indian Geography GK in hindi  में India Geography से सम्बन्धित प्रश्नों की जानकारी दी है| यह प्रश्न पिछले कई Exmas में बहुत बार पूछे गये है| आगर आप कोई भी Exam देने चाहते हो तो ये प्रश्न  Indian Geography GK in hindi  आपकी काफी Help करने वाले है| अगर आपको यह  Indian Geography GK in hindi प्रश्न अच्छे लग रहे हो तो इस लेख को ज्यादा से ज्यादा से शेयर करें|

Indian Geography GK in hindi
Indian Geography GK in hindi

1.ज्वालामुखी के कप के आकार के मुख को क्या कहते है?

A.उद्गम केंद्र
B.अधिकेंद्र
C.क्रेटर
D.सिंडर शंकु

C-क्रेटर- ज्वालामुखी के छिद्र के ऊपर गर्त की क्रेटर या ज्वालामुखी का मुख कहते है| प्राय: क्रेटर किपाकार होते है, जिनका ढाल शंकु पर आधारित होता है, जिसमें उनका निर्माण होता है|

2.ज्वालामुखी के कप या कटोरा आकार मुख क्या कहते है?

A.सिन्डर द्वार
B.उद्गम केंद्र
C.अधिकेंद्र
D.क्रेटर

D-क्रेटर-प्राय: क्रेटर किपाकार होते है, जिनका ढाल शंकु पर आधारित होता है, जिसमें उनका निर्माण होता है|

3.भूकंप की तीव्रता मापने वाले यंत्र को कहते है-

A.इडियोग्राफ
B.पैंटाग्राफ
C.अर्गोग्राफ
D.सिस्मोग्राफ

D-सिस्मोग्राफ-भूकंप मूल के ठीक ऊपर धरातल पर भूकंप का वह केंद्र होता है, जहाँ पर भूकंपीय लहरों का ज्ञान सर्वप्रथम होता है इसे ‘भूकंप केंद्र’ अथवा ‘अधिकेंद्र’ कहते है| अधिकेंद्र पर लगे यंत्र द्वारा भूकंपीय लहरों का अंकन किया जाता है| इस यंत्र को ‘भूकंप लेखन यंत्र’ अथवा ‘सिस्मोग्राफ’ कहते है| सिस्मोग्राफ की सहायता से भूकंपीय लहरों की गति तथा उनकी, उत्पति स्थान एवं प्रभावित क्षेत्रों के विषय में जानकारी प्राप्त होती है| सिस्मोग्रफ से प्राप्त आंकड़ों को रिक्टर पैमाने पर मापा जाता है|

4.भूकंप केंद्र के ठीक निचे के बिंदु को क्या कहते है?

A.विदर
B.भूकंप मूल
C.अधिकेंद्र
D.ऑर्थो सेंटर

B-भूकंप मूल-भूकंप केंद्र को भूकंप अधिकेंद्र भी कहते है| इसके निचे बिंदु को भूकंप या हाईपो सेंटर कहते है| अधिकेंद्रम भूकंप मूल के 90 डिग्री कोण पर होता है| जिस जगह से भूकंप का कंपन का प्रारम्भ होता है| उसे ‘भूकंप मूल’ कहते है| तथा जहाँ पर भूकंपीय लहरों का अनुभव सबसे पहले किया जाता है| उसे ‘भूकंप केंद्र’ कहते है|

5.पृथ्वी सतह भूकंप के केंद्र के ठीक उपर के बिंदु को क्या कहते है?

A.मध्य केंद्र
B.मूल केंद्र
C.उत्केन्द्र
D.अत: केंद्र

C-उत्केन्द्र-पृथ्वी की सतह पर भूकंप के केंद्र के ठीक उपर के बिंदु को भूकंप केंद्र या उत्केन्द्र कहते है| जिस जगह से भूकंप का कंपन होता है| इसे भूकंपमूल कहते है| भूकंप के दौरान कई प्रकार की भूकंपीय तरंगे उत्पन्न होती है| जिन्हें तीन श्रेणियों में रखा जाता है| प्राथमिक तरंग(P तरंग), अनुप्रस्थ या गौण तरंग(S तरंग) और धरातलीय तरंग(L तरंग)|

6.रिक्टर स्केल का प्रयोग किसके मापने के लिए किया जाता है?

A.वायु की आर्द्रता
B.वायु का वेग
C.भूकंप की तीव्रता
D.तरल के घनत्व

C-भूकंप की तीव्रता- रिक्टर स्केल का प्रयोग भूकंप की तीव्रता मापने के लिए किया जाता है| इसका विकास वर्ष 1930 में किया गया था| रिक्टर स्केल में प्रत्येक आगे की संख्या अपने ठीक पीछे वाली संख्या से 10 गुने परिणाम को बताती है|

7.नापे किसका एक प्रकार है?

A.नदीय लक्ष्ण
B.वलित सरंचना
C.अपरदन मैदान
D.डेल्टा प्रदेश

B-वलित सरंचना- नापे भूगर्भिक हलचल से उत्पन्न वलित सरंचना का एक प्रकार है|

8.एक ही समय में कंपन करने वाले स्थानों की जोड़ने वाली रेखाओं की श्रृंखला कहलाती है-

A.सहभूकंपन रेखाएं
B.समभूकंप रेखाएं
C.सहभूकंप रेखाएं
D.भूकंपन रेखाएं

C-सहभूकंप रेखाएं-सहभूकंप रेखाएं वे रेखाएं है, जो एक ही समय में कंपन करने वाले समान स्थानों को जोडती है|

9.विभ्रंश घाटी बनती है-

A.दो एंटि क्लाइंज के बीच
B.दो भ्रंशों के बीच
C.अभिनत द्रोणी का कटाव
D.ज्वालामुखिय उदभेदन के कारण

B-दो भ्रंशों के बीच- विभ्रंश या रिफ्ट घाटी एक स्थलरूप है| जिसका निर्माण विवर्तनिक हलचल के परिणामस्वरूप होने भ्रंशन के कारण होता है| ये सामान्यत: पर्वत श्रेणियों अथवा उच्चभूमियों के बीच स्थित लंबी आकृति वाली घाटियाँ होती है| जिनमें अक्सर झीलें भी निर्मित हो जाती है|

10.11 मार्च, 2011 की जापान में आए जोरदार भूकंप एवं सुनामी द्वारा जिन न्युकिल रिएक्टरों की भारी क्षति के फलस्वरूप विकिरण का रिसाव हुआ वे थे-

A.पुकुशिमा
B.क्योतो में
C.टोक्यों में
D.उपर्युक्त किसनी में भी नहीं

A-पुकुशिमा -1 मार्च, 2011 को जापान में आए विनाशकारी भूकंप और प्रलयकारी सुनामी से क्षतिग्रस्त पुकुशिमा न्यूक्लियर रिएक्टरों में भारी विकिरण का रिसाव हुआ था|

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