History of Bihar in hindi

दोस्तों आपका हमारी वेबसाईट में स्वागत है, आज हमने इस लेख में Modern History of Bihar in hindi के बारे में जानकारी साझा की है, जो आपकी आने वाली सभी बिहार की सभी सरकारी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए काफी महत्वपूर्ण होने वाली है| इसका अधयन्न करने से आपको प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता मिल सकती है|

– रामोसी विद्रोह 1822-1829 के दौरान पश्चिमी घाट (महाराष्ट्र के सतारा क्षेत्र) में वासुदेव बलवंत फड़के के नेतृत्व में हुआ था|

– अरविंद घोष ने ‘न्यू लैंप फॉर ओल्ड’ लेख श्रृंखला लिखी| 

Modern History of Bihar in Hindi
History of Bihar in Hindi

– कांग्रेस ने स्वराज 1905, में पारित किया प्रस्ताव का मुख्य उद्देश्य स्वशासन सुनिश्चित करना था|

– करम शाह ने पागल पंथ की स्थापना की| 

– मोंटेग्यू चेम्सफोर्ड की रिपोर्ट भारत सरकार अधिनियम 1919 का आधार बनी| 

– लाल लाजपत राय को शेर-ए-पंजाब के नाम से जाना जाता है| 

– बाल गंगाधर तिलक ने कहा था कि स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, और मैं उसे लेकर रहूंगा’|

– 15 अगस्त 2006 में ‘नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशन’ की स्थापना हुई थी| 

राजा राम मोहन रॉय को भारतीय पुनर्जागरण आंदोलन का पिता कहा जाता है| 

– गांधी इरविन समझौता 1931 में हुआ था| 

आत्माराम पांडुरंग ‘प्रार्थना समाज’ के संस्थापक थे|

– भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रथम अधिवेशन में 72 प्रतिनिधियों ने भाग लिया| 

– राजगोपालाचारी स्वतंत्र भारत के पहले भारतीय गवर्नर जनरल थे| 

– वी. डी. सावरकर ने 1904 में महाराष्ट्र में ‘अभिनव भारत’ नामक संस्था स्थापित की| 

– भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस का 27वां अधिवेशन बांकीपुर में हुआ था| 

– चितरंजन दास व् मोतीलाल नेहरु नें स्वराज दल की स्थापना की| 

– गीता रहस्य, बाल गंगाधर तिलक द्वारा लिखित पुस्तक है| 

– कुंवर सिहं जगदीशपुर के राजा थे| 

– 1 नवंबर 1858 को महारानी विक्टोरिया ने भारतीय प्रशासन को ब्रिटिश ताज के नियंत्रण में लेने से घोषणा की थी| 

– 12 अगस्त 1765 को सम्राट शाह आलम द्वितीय ने ईस्ट इंडिया कंपनी को बंगाल, बिहार व् उड़ीसा की दीवानी प्रदान की| 

– कुंवर सिहं ने जगदीशपुर में 1857 ई. में विप्लव में क्रातिकारीयों का नेतृत्व किया| 

– कुंवर सिहं 1857 की क्रांति में बिहार के नेता थे| 

– 1857 के विद्रोह के बाद ब्रिटिश सरकार ने सिपाहियों का चयन गोरखा, सिख एवं पंजाबी उतर प्रातं से किया| 

– 1857 का विद्रोह लखनऊ में बेगम ऑफ़ अवध के नेतृत्व में आगे बढ़ा| 

– जयप्रकाश नारयण ने बिहार सोश्लिष्ट पार्टी की स्थापना की थी| 

– ट्रेड यूनियन आन्दोलन के क्रन्तिकारी-चरण का समय 1926-29 था| 

– लॉर्ड डलहौजी के समय भारत में सर्वप्रथम रेलवे लाईन बिछाई गई थी| 

रांची बिरसा मुंडा का कार्य क्षेत्र था

– बलदेव सहाय ने महाधिव्कता के पद से 1942 में त्यागपत्र दिया था| 

– सुभाष चंद्र बोस, फोरवर्ड ब्लॉक के संस्थापक थे|

– इंडियन एसोसीएशन ऑफ़ कलकता, भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस से पूर्व सबसे प्रमुख संस्था थी| 

– महात्मा गांधी ने खिलाफत आन्दोलन का समर्थन किया क्योंकि गांधी जी अंग्रेजों के खिलाफ अपने आंदोलन में मुसलमानों का सहयोग प्राप्त करना चाहते थे| 

– कांग्रेस के नरम दल के आंदोलन की पद्धति राजवममध्य थी| 

– किचलू व् सत्यपाल के बंदी बनाने के विरोध में प्रदर्शन करने के लिए जलियांवाला वाग में लोग जमा हुए थे| 

– राजनैतिक सुधारों को लेकर विरोध करने वाले प्रथम भारतीय बाल गंगाधर तिलक थे| 

– प्रभावती देवी, भगलपुर क्षेत्र की स्वतंत्रता संग्राम सेनानी थी| 

– 1942 में आंदोलन में राजेंद्र प्रसाद की बांकीपुर जेल में कैद रखा गया था| 

– चम्पारण नील आंदोलन के राष्ट्रिय नेता महात्मा गांधी थे|

बिहार का आधुनिक इतिहास

– गांधी ने असहयोग आंदोलन 1920 में प्रारम्भ किया| 

– भारत छोड़ो आंदोलन 9 अगस्त 1942 में प्रारम्भ हुआ| 

– अंग्रेज शासन काल में बिहार अफीम उत्पादन हेतु प्रसिद्ध था| 

– 1855 में संथालो ने अंग्रेज कमांडर मेजर बारो हराया| 

– दिसम्बर 1856 में अंग्रेजी कमांडर मेजर बारो को हराया| 

– दिसम्बर 1856 में अंग्रेजी भारतीय सेना में चर्बी वाले कारतूस से चलने वाली एनफील्ड राईफल को शामिल किया गया| 

– स्वामी सहजानंद ने अखिल भारतीय किसान सभा के प्रथम स्तर की अध्यक्षता की थी| 

– राजा राममोहन राय ने ब्रह्मसमाज की स्थापना 1882 ई. में की थी| 

– सत्यार्थ प्रकाश की रचना स्वामी दयानंद सरस्वती के द्वारा की गई| 

AITUC के प्रथम अध्यक्ष लाला लाजपत राय थे| 

अबुल कलाम आजाद वैसे कांग्रेस अध्यक्ष थे, जिन्होंने क्रिप्स मिशन व् लॉर्ड वेवेल दोनों से वार्ता की| 

स्मप्र्दायिक अवार्ड व् पुन पैक्ट में क्रमश: दलित वर्ग की 71 व् 147 सीटें दी गई| 

– 1947 में भारतीय राष्ट्रिय कांग्रेस के दिल्ली अधिवेशन की अध्यक्षता राजेंद्र प्रसाद ने की| 

– शिशिर कुमार ने अमृत बाजार प्रत्रिका की स्थापना की| 

गांधी इरविन समझौते को हस्ताक्षरित होने में तेज बहादुर सप्रू ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई| 

– निष्क्रिय विरोध के सिंद्धात का प्रतिपादन अरविंद घोष ने किया| 

मदन मोहन मालवीय द्वारा सम्पादित लीडर अखबार मुख्यत: उदारवादियों की नीतियों का प्रचारक था| 

– 1927 में बटलर कमेटी का उद्देश्य भारत सरकार तथा देशी राज्यों के मध्य सबंधों को सुधारना था| 

लॉर्ड लिनिथिगो 1935 के विधेयक के तहत गठित सयुंक्त संसदीय समिति के अध्यक्ष थे| 

1906 में मिन्टों से शिमला में मिले मुसलमानों के शिस्टमंडल ने मुसलमानों के लिए पृथक निर्वाचक वर्ग के लिए प्रार्थना की| 

बिहार के बारे में जानकारी हिंदी में

– नागरिक सेवाओं के लिए प्रतियोगी परीक्षा प्रणाली को सिंद्धात 1853 ई. में स्वीकार किया गया| 

– जय प्रकाश नारायण को लोक गायक के नाम से जाना जाता है| 

– सता हस्तातंरण के मस्य मैसूर में कांग्रेस दल का पूर्ण विकसित संग्ठन था| 

– महात्मा गांधी का मानना था की द्वितीय विश्व युद्ध में भागीदारी का आशय न्याय के सिंद्धांत का उल्लंघन है|

– राजगोपालाचारी स्वाधीन भारत के प्रथम भारतीय गवर्नर जनरल थे| 

– स्वधीनता आन्दोलन के दौरान महात्मा गांधी के करीबी अंग्रेज मीटर चार्ली एंड्रूज थे| 

– 4 जनवरी 1932 को गैर क़ानूनी संघ अध्यादेश के अंतर्गत कांग्रेस व् उसके सहयोगी संगठनों की अवैध घोषित कर दिया गया| 

– लंदन में द्वितीय गोलमेज सम्मेलन की असफलता गांधी इरविन के छत्र छाया में हुआ| 

– अंग्रेजों द्वारा भारतीयों को 1947 में सत्ता हस्तांतरित किए जाने के समय कांग्रेस के अध्यक्ष जे.बी. कृपलानी थे| 

– बंगाल उड़ीसा 1905 ईसवी में विभाजित हुआ, जिसके विरोध स्वरूप 1911 में यह दोबारा विभाजित हुआ|

– त्रावणकोर में कांग्रेस ने त्रावणकोर राज्य के दीवान रामास्वामी अय्यर की स्वेच्छाचारी सरकार के विरुद्ध सविनय अवज्ञा आंदोलन आरंभ किया था|

– इंडियन एसोसिएशन के संस्थापक सुरेंद्रनाथ बनर्जी थे| 

– इलाहाबाद की संधि के बाद रॉबर्ट क्लाइव ने मुर्शिदाबाद का उप दीवान मोहम्मद रजा खान को बनाया था|

– विनोबा भावे ने  वयक्तिक सत्याग्रह आरंभ किया था|

–  महात्मा गांधी की दृष्टि में क्रिप्स प्रस्ताव का एक टूटते हुए बैंक के नाम एक उत्तरदिनांकित चैक था’| 

भारत छोड़ो आंदोलन, 1942 में शुरू किया गया था|

– सुभाष चंद्र बोस ने फॉरवर्ड ब्लॉक की स्थापना की|

दांडी यात्रा की शुरुआत 12 मार्च 1930 को हुई| 

– कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी की पहली बैठक पटना में हुई|

–  ए.ओ.ह्यूम ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की स्थापना की|

– दुनिया का सबसे पहला गणराज्य बिहार के वैशाली में स्थापित किया गया था| 

– 2600 साल पहले बिहार को सबसे ज्यादा शांतिप्रिय यानी अंहिसा प्रिय भूमि कहा जाता था| बोधगया और पावापुरी के लोग शांति प्राप्त करने के लिए आते थे और आज भी आते हैं|

– भारत के 4 महान राजा इसी राज्य में से थे – समुद्रगुप्त, सम्राट अशोक, राजा विक्रमादित्य और चंद्रगुप्त मौर्य|

– पुरातन काल में संस्कृति और सता के बारे में अध्ययन करने के लिए दुनिया भर से लोग यहां आया करते थे|

–  भारतीय सभ्यता की असली तस्वीर पाटलिपुत्र से ही उभरी थी| 

–  पुरातन काल में बिहार का व्यापारिक राजधानी हुआ करती थी|  तब देश का 40 फ़ीसदी व्यापार सिर्फ मगध, वैशाली, मिथिला, विदेहा, अंग, शाक्य प्रदेश, बिजी जनका से हुआ करता था|

– बिहार की राजधानी पटना है, जिसका नाम पहले पाटलिपुत्र था| भारत के कुछ महान राजाओं जैसे समुद्रगुप्त, चंद्रगुप्त मौर्य, विक्रमादित्य और अशोक के शासन में बिहार शांति संस्कृति और शिक्षा का केंद्र बन गया| 

– यहां हूं समय के दो महान शिक्षा केंद्र भी थे, विक्रमशिला और नालंदा विश्वविद्यालय|

बिहार का पुराना नाम

– प्राचीन बिहार का नाम मगध था| 1000 साल तक की शिक्षा और संस्कृति के क्षेत्र में निर्णायक भूमिका निभाई|

– मौर्य का नाम पहला भारतीय राज्य 352 ईसवी में मगध में ही शुरू हुआ और उनकी राजधानी पाटलिपुत्र जो आज का पटना थी| 240 ईसवी में मगध में गुप्त साम्राज्य आया| 

– गुप्त के नेतृत्व में भारत ने विश्व अर्थव्यवस्था पर प्रभुत्व हासिल किया| बिहार के सासाराम के महान पश्तून शासक शेरशाह सूरी ने 1540 में उत्तर भारत की बागडोर संभाली| वह मुगल काल के सबसे प्रगतिशील शासकों में से एक थे और उनके शासन में बिहार खूब फला फुला| 

-मुगलों के पतन के बाद बिहार बंगाल के नवाबों के नियंत्रण में आ गया| 

–  बिहार के प्रमुख पर्यटन स्थल:-  महात्मा गांधी सेतु, महाबोधि मंदिर, नालंदा विश्वविद्यालय विष्णुपद मंदिर, बोधगया मंदिर आदि हैं|

– बिहार की सीमाएं पूर्व में पश्चिम बंगाल, पश्चिम में उत्तर प्रदेश, दक्षिण में झारखंड और उत्तर में नेपाल से जुड़ी हैं|

2000 में झारखंड राज्य इससे अलग कर दिया गया|

– बिहार के प्रमुख पर्व:-छठ,होली, दिवाली, दशहरा, महाशिवरात्रि, नाग पंचमी, श्री पंचमी, मुहर्रम ईद तथा क्रिसमिस है|

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