General Knowledge Questions and Answers in hindi | Online Gk in Hindi
General Knowledge Questions and Answers in hindi
दोस्तों एक बार फिर से आपका हमारी वेबसाईट में स्वागत है| आज हमने इस लेख में General Knowledge Questions and Answers in hindi के बारे में जानकारी साझा की है| इस लेख General Knowledge Questions and Answers in hindi में हमें भारत के प्रमुख शहर जो नदियों के किनारे बसे है, उनके बारे में जानकारी साझा की है| यह जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण साबित होने वाली है, क्यूंकि नदियों से सम्बन्धित प्रश्न सभी परीक्षाओं में पूछे जाते है| यह लेख प्रतियोगी परीक्षाओं के दृष्टिकोण से काफी जरूरी है| इस लेख का ठीक से अधयन्न करके आप अपनी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर सकते है|

आनन्द मठ बांग्ला भाषा का एक उपन्यास है, जिसकी रचना बंकिम चन्द्र चट्टोपाध्याय ने 1882 में की थी।भारत का राष्ट्रीय गीत ‘वन्दे मातरम्’ इसी उपन्यास से लिया गया है। छपते ही यह पुस्तक अपने कथनांक के चलते पहले बंगाल और फिर कालान्तर में समूचे भारतीय साहित्य व समाज पर प्रसिद्ध गई।
भूदान आंदोलन विनोबा भावे ने प्रारम्भ किया था| भूदान आन्दोलन सन्त विनोबा भावे द्वारा 18अप्रैल सन् 1951 में आरम्भ किया गया स्वैच्छिक भूमि सुधार आन्दोलन था। विनोबा की कोशिश थी कि भूमि का पुनर्वितरण सिर्फ सरकारी कानूनों के जरिए नहीं हो, बल्कि एक आंदोलन के माध्यम से इसकी सफल कोशिश की जाए।
‘लाईफ डिवाईन’ पुस्तक के लेखक अरिवंद घोष है| इसके आलावा अरविंद घोष की पुस्तक ‘एस्से ऑन गीता’ है| महात्मा गांधी ने हिन्द स्वराज पर पुस्तक लिखी थी|
बंगाल की एशियाटिक सोसायटी (1784 में स्थापित) के प्रवर्तक सर विलियम जोन्स थे| एशियाटिक सोसायटी (The Asiatic Society) की स्थापना 24 जनवरी सन् 1784 को विलियम जोंस ने कोलकाता स्थित फोर्ट विलियम में की थी। इसका उद्देश्य प्राच्य-अध्ययन का बढ़ावा देना था। इसके अलावा एशियाटिक सोसाइटी ऑफ़ बंगाल ने भारतीय इतिहास को प्रभावित किया है।
भारत की संविधान सभा कैबिनेट मिशन योजना के अनुसार गठित की गई थी| कैबिनेट मिशन 24 मार्च 1946 को दिल्ली आया| कैबिनेट मिशन ने अपने प्रस्ताव को प्रस्तुत किया| 16 मई 1946 कैबिनेट मिशन का गठन किया गया| कैबिनेट मिशन 1946 के उद्देश्य थे – 1.संविधान सभा का गठन करना (मुख्य उद्देश्य था) 2. भारत का विभाजन यह (गौण उद्देश्य) 3.संविधान सभा के सदस्यों का निर्वाचन जनता के द्वारा अप्रत्यक्ष रूप से होगा 4. संविधान सभा का एक सदस्य 10 लाख जनसंख्या पर चुना जाएगा 5.संविधान सभा में कुल 389 सदस्य होंगे इनमें से 296 सदस्य निर्वाचित होंगे और 93 में सदस्य मनोनीत होंगे जिसमें 14 सदस्य राजस्थान से सम्मिलित थे| 6. इसने पाकिस्तान की मांग को ठुकरा दिया था|
प्रथम भारतीय नोबल पुरस्कार विजेता रविन्द्रनाथ टैगोर थे| भारत के नोबेल पुरस्कार विजेता में भारतीय नोबेल पुरस्कार विजेता का नाम है। नोबेल पुरस्कार नोबेल फैडरेशन के द्वारा स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड नोबेल की याद में दिया जाता है। नोबेल पुरस्कार 6 क्षेत्रो में दिया जाता है, जिनमे चिकित्सा विज्ञान, भौतिकी, रसायन, साहित्य, शांति, और अर्थशास्त्र शामिल है। रविन्द्रनाथ टैगोर को यह पुरस्कार साहित्यिक क्षेत्र में दिया गया था|
हमारा राष्ट्रिय गीत ‘वंदे मातरम’ आनंदमठ से संकलित है| बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय द्वारा संस्कृत बाँग्ला मिश्रित भाषा में रचित इस गीत का प्रकाशन सन् 1882 में उनके उपन्यास आनन्द मठ में अन्तर्निहित गीत के रूप में हुआ था। इस उपन्यास में यह गीत भवानन्द नाम के संन्यासी द्वारा गाया गया है। इसकी धुन यदुनाथ भट्टाचार्य ने बनायी थी। इस गीत को गाने में 65 सेकेंड (1 मिनट और 5 सेकेंड) का समय लगता है।
भारतीय का ‘राष्ट्रिय पचांग’ शक संवत पर आधारित है| भारतीय राष्ट्रीय पंचांग या ‘भारत का राष्ट्रीय कैलेंडर’ (संक्षिप्त नाम – भारांग ) भारत में उपयोग में आने वाला सरकारी सिविल कैलेंडर है। यह शक संवत पर आधारित है और ग्रेगोरियन कैलेंडर के साथ-साथ 22 मार्च 1957 , (भारांग: 1 चैत्र 1879) से अपनाया गया। भारत मे यह भारत का राजपत्र, आकाशवाणी द्वारा प्रसारित समाचार और भारत सरकार द्वारा जारी संचार विज्ञप्तियों मे ग्रेगोरियन कैलेंडर के साथ प्रयोग किया जाता है। चैत्र भारतीय राष्ट्रीय पंचांग का प्रथम माह होता है। फाल्गुन राष्ट्रीय पंचांग का अंतिम माह होता है|
दिल्ली में केन्द्रीय सचिवालय के उतरी और दक्षिणी खंडों का वास्तुविद एंटोनिन रेमंड था| सचिवालय इमारत राय़सीना की पहाड़ी, नई दिल्ली, भारत में स्थित है, यह दो इमारतों का समूह है, जो कि राजपथ के सामने स्थित है, जहाँ पर भारत सरकार के कई महत्वपूर्ण मंत्री मंडल स्थित हैं।
कपालकुंडला कृति रविंद्रनाथ टैगोर की नहीं है| कपालकुंडला बंकिमचन्द्र चट्टोपाध्याय द्वारा रचित बंगाली भाषा का एक प्रेम उपन्यास है। इसकी रचना 1886 में हुई थी। इसमें ‘कपालकुण्डला’ नामक एक वनवासी कन्या की कहानी है, जो सप्तग्राम के नवकुमार नामक एक लड़के से प्यार करने लगती है और फिर उससे विवाह कर लेती है। उपन्यास में दिखाया गया है कि वह वनवासी कन्या नगर के जीवन से तालमेल नहीं बैठा पाती है।
भारत की शासन-व्यवस्था में पहली बार प्रतिनिधि एवं लोकप्रिय तत्व को समाविष्ट करने का प्रयास 1892 का भारतीय परिषद अधिनियम के माध्यम से किया गया था| 1861 ई. के भारत शासन अधिनियम से भारतीय संतुष्ट नहीं थे। इसके साथ ही भारत सरकार भी गृह-सरकार के विरूद्ध अपने अधिकारों में और अधिक वृद्धि चाहती थी इसके लिये वह अधिक से अधिक भारतीयों को शासन में सम्मिलित कर लेना चाहती थी जो उस समय की परिस्थिति में सरकार को आवश्यक लग रहा था। अग्रेज व्यापारी अपने स्वार्थों की रक्षा के लिये कुछ प्रतिनिधित्व चाहते थे और यही कारण था कि वे व्यवस्थापिका सभा के सदस्यों की संख्या में वृद्धि चाहते थे अतः भारत सरकार के सुझावों के अनुरूप 1892 ई . के कानून का निर्माण किया गया।
गवर्नर लॉर्ड रीडिंग कार्यकाल के दौरान 1921 ई. में कलकता में विक्टोरिया मेमोरियल हॉल का निर्माण कार्य पूरा हुआ था| लॉर्ड रीडिंग 1921 ई. से 1926 ई. तक भारत का वाइसराय रहा था।
नई दिल्ली शहर के रूपांकन में एडवर्ड ल्युटीएंस और एडवर्ड बेकर शामिल थे|
एनी बेसेंट ने 1898 ई. में बनारस में सेंट्रल हिन्दू कॉलेज स्थापित किया था, जो बाद में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय का केंद्र बन गया| मदन मोहन मालवीय ने 1915 में बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय की स्थापना की थी। 1898 ईसवी में उन्होंने सेंट्रल हिन्दू कॉलेज की स्थापना एनी बेसंट ने वाराणसी में की थी, यह महाविद्यालय बाद में पंडित मदन मोहन मालवीय को दिया गया था। इसे बाद में बदलकर बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय बनाया गया।
भारत के राष्ट्रिय ध्वज का डिजाईन मैडम भीखाजी कामा ने तैयार किया| 24 सितंबर 1861-13 अगस्त 1936 भारतीय मूल की पारसी नागरिक थीं, जिन्होने लन्दन, जर्मनी तथा अमेरिका का भ्रमण कर भारत की स्वतंत्रता के पक्ष में माहौल बनाया। वे जर्मनी के स्टटगार्ट नगर में 22 अगस्त 1907 में हुई सातवीं अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस में भारत का प्रथम तिरंगा राष्ट्रध्वज फहराने के लिए सुविख्यात हैं। उस समय तिरंगा वैसा नहीं था जैसा आज है।
‘देवदास’ उपन्यास के रचनाकार शरत चंद्र चट्टोपाध्याय है| देवदास बांग्ला के प्रसिद्ध उपन्यासकार शरतचन्द्र चट्टोपाध्याय का प्रसिद्ध उपन्यास है।
‘चित्रा’ उपन्यास रविंद्र नाथ टैगोर द्वारा लिखा गया है|
प्रेम पचीसी’ के रचनाकार प्रेमचंद है|
‘क्षुधित पाषाण’ के रचयिता ‘रविंद्र नाथ टैगोर’ है|
‘विश्व इतिहास की झलक’ के रचयिता जवाहर लाल नेहरु है| विश्व इतिहास की झलक भारत के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर नेहरु द्वारा लिखित एक पुस्तक है| इस पुस्तक का प्रकाशन सन 2012 में सस्ता साहित्य मंडल पब्लिकेशन ने किया|