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Femous Lakes in Uttarakhand in hindi
नमस्कार दोस्तों आपका हमारी website में स्वागत है| आज हमने अपने इस आर्टिकल में Femous Lakes in Uttarakhand in hindi के बारे में जानकारी साझा की है| जो आपके सामान्य ज्ञान को बढ़ाने का एक प्रयास है| यह जानकारी आपके आने वाली प्रतियोगी परिक्षाओं के दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण साबित हो सकती है| इसमें हम नैनीताल उत्तराखंड की झीलें से सबंधित जरूरी जानकारी आपके साथ shere करेंगे|
उत्तराखंड की प्रमुख झीलें
uttarakhand lake उत्तराखंड कुमाऊं क्षेत्र की प्रमुख ताल एवं झीलें
Lakes In Kamau Of Uttarakhand
नैनीताल
नैनीताल को सरोवर नगरी तथा झीलों का शहर भी कहा जाता है| नैनीताल को स्कंद पुराण में ऋषि सरोवर कहा गया है| नैनीताल की खोज 1841 में सीपी बैरन ने की थी| इन सभी झीलों में सबसे प्रसिद्ध नैनी झील है जिसके नाम पर इस जगह का मान नैनीताल रखा गया|
नैनीताल उत्तराखंड का एक्ट प्रसिद्ध पर्यटन स्थल है जो बर्फ से ढके पहाड़ों के बीच तथा जिलों से गिरा हुआ स्थान है| नैनीताल के दक्षिण-पूर्व भाग से बालिया नदी निकलती है| नैनीताल झील की लंबाई 1430 मीटर चौड़ाई 465 मीटर तथा गहराई 16 से 26 मीटर है|
भीमताल
भीमताल उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित कुमाऊं क्षेत्र का सबसे बड़ा ताल है| भीमताल एक त्रिभुजाकार झील है| यह झील उतराखंड में काठगोदाम से 10 किलोमीटर उतर की और है|
इस झील की लबाई 1674 मीटर, चौडाई 447 मीटर तथा गहराई 26 मीटर है| यह ताल नैनीताल से भी बड़ा ताल है| भीमताल झील समुद्र तट से 4500 फिट की ऊँचाई पर स्थित है|
नौकुचियाताल
यह कुमाऊं क्षेत्र की सर्वाधिक गहरी जिलों में से एक है| इस लाल के पानी का रंग गहरा नीला है तथा यह आकर्षण का एक मुख्य कारण है| यह झील उत्तराखंड से भीमताल से 4 किलोमीटर दक्षिण पूर्व की ओर है यह स्थान नैनीताल से 26 किलोमीटर दूरी पर स्थित है|
यह झील समुद्रतल से 1292 मीटर ऊँची है| इसकी लबाई 1004 मीटर लम्बी 750 मीटर चौड़ी है| तथा 45 किलोमीटर गहरी है| इस साल की विशेषता यह भी है कि जिस में नाना प्रकार के पक्षी रहते हैं तथा इस ताल में कमल के फूल खिले रहते हैं|
Uttarakhand Gk 2021
सातताल
सातताल झील नैनीताल जेल 22.5 किलोमीटर दूर स्थित एक बहुत ही खूबसूरत झील है| तथा यह झील भीमताल से 5 किलोमीटर की दूरी पर कुमाऊ क्षेत्र में सबसे सुंदर झील है| आंकड़ों के अनुसार यहां पहले 7 झीलें थी, की जिसमें से कई सूख गई है| यह ताल पर्यटन के दृष्टिकोण से काफी अच्छा स्थान माना गया है|
यह ताल 7 झीलों का समूह सातताल बवाली से मात्र 13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| एक साथ सात झीलों का अलौकिक रूप बस यही से देखा जा सकता है|
खुरपाताल
खुरपाताल लेक नैनीताल से 12 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है| इसका नाम एसा इसलिए पड़ा क्योंकि इसका आकार खुर घोड़े के पैरों के समान दिखाई देती है| इसकी लम्बाई 1633 मीटर तथा चौडाई 5000 मीटर है| यह स्थान भी पर्यटन का एक आकर्षक केंद्र है|
झिलमिल ताल
झिलमिल ताल चम्पावत जिले के टनकपूर-ब्र्ह्मदेब से 5 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है| तथा यहाँ लोग प्राकृतिक सौन्दर्य का लुत्फ़ भी उठाते है| यह माना जाता है की यह झील दिन भर में सात बार रंग बदलती है| यह झील 6800 वर्ग किलोमिटर में फैली है|
द्रोण सागर
यहां एक प्राचीन किला है जिसके किनारे द्रोण सागर नामक सरोवर बना हुआ है माना जाता है यह सरोवर के लिए से भी पहले बना हुआ था| इसका निर्माण पांडवों के गुरु द्रोणाचार्य के लिए करवाया गया था| यह झील वर्गाकार आकृति में फैली हुई है| यह ताल उधम सिहं नगर के काशीपुर से 2 किलोमिटर की दुरी पर स्थित है| यहाँ गुरु द्रोंण ने पांडवों के शिक्षा दी थी|
गिरीताल
गिरीताल झील उद्धम सिहं नगर जिले में स्थित है| यहाँ चामुंडा, संतोषी माता, नागनाथ व् मनसा देवी का मंदिर है|
श्यामाताल
श्यामाताल चम्पावत जिलें में स्थित है| यहाँ सफेद कमल के फूल मिलते है| श्यामाताल के किनारे विवेकानंद आश्रम स्थित है| यहाँ प्रतिवर्ष झुला मेला लगता है|
तड़ाग ताल
सुकुंडा ताल
यह ताल बागेश्वर जिले में स्थित है| तथा यह पर्यटन का एक मुख्य आकर्षक केंद्र है|